कभी भी वेकेशंस प्लान करते वक्त आपके दिमाग में बिहार का नाम आया है। अगर नहीं, तो इस बार जरूर इस बारे में विचार करियेगा। बिहार बौद्ध और जैन धर्म में अपनी मजबूत नींव और विश्व स्तर पर धर्म को उजागर करने में अपने योगदान के लिए जाना जाता है। हालांकि, काफी कम लोगों को पता है कि बिहार में भी घूमने और ज्ञान लेने के लिये कई खूबसूरत हिल स्टेशंस हैं।
बिहार भारत के सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है, जिस वजह से वहां के लोगों को काम करने के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है। लेकिन आज हम कुछ ऐसे Hill Stations के बारे में बात करने जा रहे हैं जो बिहार में मौजूद है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते होंगे।
रामशिला हिल
रामशिला हिल गया में विष्णुपाद मंदिरों से लगभग कुछ किलोमीटर दूर स्थित है। यहां की पहाड़ियों पर असाधारण मूर्तियों की कलाकृति देखने को मिलेगी। यहां देवी सीता, श्री राम और हनुमान जी के प्रसिद्ध मंदिर हैं। इसके अलावा यहां देखने लायक रामसवारा या पाथलेश्वर मंदिर और अहिल्या बाई का मंदिर है।
ब्रह्मजुनी हिल
इस हिलस्टेशन पर विष्णुपद मंदिर, ब्रह्मयोनि और मातृयोनि गुफाएं, और अष्टभुजादेवी को समर्पित अन्य मंदिर हैं, जहां के उत्कृष्ट दृश्य आपके मन को मोह लेंगे। ये हिल स्टेशन बिहार गया जिले में स्थित है। यहा कई सुंदर गुफाएं हैं, जिसकी दीवारों पर असाधारण नक्काशी की गयी है।
प्रेतशिला हिल स्टेशन
प्रेतशिला हिल स्टेशन में ब्रह्म कुंड हैं, जिसके पवित्र जल में स्नान करने से लोगों का उद्धार माना गया है। ये जगह काफी मनमोहक है, जिस वजह से यहां पर्यटक और देश भर से श्रद्धालू आते हैं। ब्रह्म कुंड में लोग अपने पूर्वजों के पिंड दान करते हैं।
प्राग बोधि
ये हिलस्टेशन भी बिहार के गया जिले में स्थित है, जिसे डुंगेश्वरी पहाड़ी के नाम से भी जाना जाता है। किंवदंतियों के अनुसार, यह स्थान ज्ञान प्राप्त करने से पहले भगवान बुद्ध का विश्राम स्थल था। प्राग बोधी के मोहक हरे-भरे घास के मैदान और किरियामा गांव की मनोरम स्थिति इस जगह को यादगार बनाती है। यहां आप गुफाओं में, प्राचीन मठ में घूमने सहित पहाड़ की चोटी से मनोरम दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
गुरपा चोटी
ये चोटी गुरपा गांव के पास स्थित है। इस स्थान को काफी पवित्र माना जाता है और इसका एक नाम कुक्कुटापदगिरी भी है। यहां कई मान्यता प्राप्त प्रसिद्ध मंदिर स्थित हैं। यहां आकर आप और आपका परिवार पहाड़ पर ट्रैकिंग, प्राचीन गुफाओं का भ्रमण और शिखर सम्मेलन में ध्यान करने जैसे कार्यकलापों का लाभ उठा सकते हैं।