सहरसा। सहरसा पुलिस ने महिषी थाना क्षेत्र में हुई युवती हत्याकांड का खुलासा ऑनर किलिंग के रूप में किया है। चाकू से गला रेतकर हत्या मामले में मृत युवती के माता-पिता और नानी आदि को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों से पुलिस ने पूछताछ की तो सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि मृतिका अपनी बड़ी बहन के पति के साथ रहना चाहती थी, एक महीने साथ रह भी चुकी थी। दोनों के बीच अफेयर चल रहा था। मृतिका के परिजन उसकी शादी कहीं और करवाना चाहते थे। मृतिका ने कहीं और शादी करने की बात से इनकार किया गया। जिसके चलते उसकी हत्या कर दी गई।
एसडीपीओ ने बताया कि युवती अपने बहनोई के साथ एक महीने से रह रही थी, और उसके साथ शादी करना चाहती थी। बहनोई दोनों बहनों को साथ रखने के लिए तैयार था। इसी बीच बहनोई जब बाहर जाने लगा, तो उसने साली को उसके ननिहाल में छोड़ दिया। जहां उसके नानी और मामा के बीच इस बात को लेकर झगड़ा भी हुआ। जिसके बाद नानी एक सप्ताह के लिए दूसरे जगह चली गई। एसडीपीओ ने बताया कि युवती की हत्या का प्लान पहले से तैयार किया गया था। नानी लड़की को लेकर आयी और मुरली चौक के पास उसके माता-पिता और भाई भी आया। इसी दौरान पिता ने बलुआहा में चाकू खरीदा।
लड़की जब भागने लगी तो फिर ननिहाल में ही चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि पिता अपने बेटी की नृशंस हत्या करने के लिए उसके गुप्तांगों के पास बुरी तरह तेज धारदार हथियार से काटना चाहता था, कि इसे दुष्कर्म का रूप दिया जा सके। घटना के उद्भेदन के लिए सदर एसडीपीओ आलोक कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया था।
सदर थाना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सदर एसडीपीओ ने बताया कि बीते सात दिसंबर को महिषी थाना क्षेत्र अंतर्गत ऐनी कृष्णा नगर शमशान के समीप खेत में जख्मी हालत में एक युवती की होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंची तथा जांच-पड़ताल शुरू की गई। जख्मी युवती की पहचान नवहट्टा थाना क्षेत्र के मोहनपुर निवासी बुचन शर्मा की बेटी ललीता कुमारी उर्फ फोकसी के रूप में हुई।
घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस द्वारा साक्ष्य संकलन के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया। जख्मी युवती को पुलिस द्वारा इलाज के लिए महिषी पीएचसी में भर्ती कराया गया।जहाँ से बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल सहरसा रेफर किया गया। जख्मी युवती की गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान के जख्मी युवती की मृत्यु हो गई।
इस संबंध में मृतिका के पिता के आवेदन पर थाने में मामला दर्ज किया गया। एसपी के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। गठित एसआईटी टीम द्वारा इस घटना में शामिल अभियुक्त युवती के पिता बुच्चन शर्मा, माता उर्मिला देवी उर्फ भावो देवी और नानी अलोघनी देवी को गिरफ्तार किया गया। जांच टीम में एसडीपीओ सहित महिषी थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार, पुअनि सुनील कुमार, सुष्मिता कुमारी आदि शामिल थे।