गाजीपुर. गाजीपुर जिले के सैदपुर के औड़िहार रेलवे जंक्शन पर चौरीचौरा एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच के बाथरूम में एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई. ट्रेन से गोरखपुर से अनवरगंज जा रही थी. जैसे ही चौरीचौरा एक्सप्रेस सुबह 4 बजे प्लेटफार्म नंबर 5 पर रुकी, जनरल कोच में यात्रा कर रहे कुछ यात्रियों ने टॉयलेट का दरवाजा अंदर से बंद होने की सूचना आरपीएफ को दी. रेलवे स्टाफ ने दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देखकर होश उड़ गए. टॉयलेट में खिड़की से बेल्ट के सहारे युवक का शव लटका था. युवक का शव मिलने पर मेमो के जरिए औड़िहार जंक्शन पर सूचना दी गई. आरपीएफ प्रभारी युवक को सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत की पुष्टि के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय स्थित मर्चरी हाउस भेज दिया गया. मृतवक की पहचान मिर्जापुर जनपद के हलिया थाना क्षेत्र के पोखडौर गांव निवासी बबलू कोल (22) पुत्र सरजू के रूप में हुई.
शुरुआती जानकारी में सामने आया कि मिर्जापुर के हलिया थाना क्षेत्र के पोखरौर गांव से आदि समाज के आठ मजदूर कुशीनगर के पहनिवा गए थे. यहां वो लोग इंडियन आयल के पेट्रोल पंप पर डीजल टैंक बनाने आए थे. बब्लू कोल भी उनमें से एक था. बब्लू चार दिसंबर को कुशीनगर गया था. काम खत्म होने के बाद वह अपने चाचा बबलेश और गांव के चार अन्य साथियों के साथ गोरखपुर से इलाहाबाद जा रहा था. उसकी जेब से गोरखपुर से इलाहाबाद तक का जनरल टिकट बरामद हुआ.
रात में बबलू टॉयलेट में गया और अंदर से गेट बंद कर लिया. जब ट्रेन का दरवाजा काफी देर तक नहीं खुला तो यात्रियों ने आरपीएफ सिपाहियों को जानकारी दी. उन्होंने टॉयलेट का कई बार खटखटाया, लेकिन नहीं खुला. तकनीकी स्टाफ को सूचना दी गई. फिर दरवाजा खोलवाया तो अंदर बबलू का शव मिला. मेमो के जरिए औड़िहार जंक्शन पर सूचना दी गई. जैसे ही ट्रेन औड़िहार पहुंची शव को निकालकर बाहर लाया गया. मृतक के चाचा बबलेश ने बताया कि मृतक का परिवार बेहद गरीब है. परिवार चलाने के लिए मृतक मजदूरी का काम करता था.