
बड़वानी: बारात लेकर पहुंचा दूल्हा, मन ही मन दुल्हन को पाने की खुशी में था. शादी की सारी रस्में पूरी होने के बाद दुल्हन का परिवार आकर बोला, कि मैं कुछ सामान भूल गया हूं उसे लेकर आता हूं, उन्हीं के साथ में दुल्हन भी चली गई. दूल्हा और उसका सारा परिवार रात भर इंतजार करता रहा, लेकिन सुबह दूल्हे को पता चला कि उसकी दुल्हन लुटेरी था और सारे गहने और पैसे लेकर फरार हो गई है. तब जाकर उसने अपनी मां को सब बताया कि ‘रात को मेरी दुल्हन भाग गई है. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.
दरअसल, मामला मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले का है. यहां के रहने वाले नान सिंह की शादी नहीं हो रही थी. इस बात को लेकर दूल्हे का बड़ा भाई वेस्ता कलेश बहुत परेशान था. एक दिन वेस्ता कलेश दलाल कैलाश चौहान से मिला. कैलाश ने उसे उसके छोटे भाई नान सिंह की शादी के लिए एक लड़की बताई थी. ये लड़की उसने तब बताई थी जब वो गुजरात में मजदूरी करता था. ये लड़की कोई और नहीं बल्कि आसमा ही थी. इसके बाद नान सिंह का आसमां के साथ आदिवासी रीति-रिवाज से विवाह हुआ.
सामान भूलने की बात कह फरार शादी के तत्काल बाद उन्होंने किसी सामान के भूल जाने की बात कही और सामान लेने जाने के बहाने आरोपी फरार हो गए थे. इस शादी में आसमां का पति रामदास ही उसका भाई बना था और विदाई के समय रो रहा था. जबकि इलाम सिंह ने पिता की भूमिका निभाई थी. इस शादी के लिए हीरालाल ने अपना घर उपलब्ध कराया था.
असली पति बना भाई… अब पुलिस ने शादी के नाम पर ठगी करने के मामले में पांच लोगों की गिरफ्तारी किया है. इसमें महिला भी शामिल है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम आसमा, रामदास, कैलाश चौहान, इस्लाम सिंह बर्डे और हीरालाल बर्डे है. आसमां और रामदास पति-पत्नी हैं. जिसने आसमा के भाई का रोल निभाया था और उसने अपने सामने आसमां की शादी नान सिंह से कराई थी.
पुलिस ने बताया कि यह गैंग कम समय में अधिक पैसा कमाने की चाहत में बनाया गया. पुलिस ने संभावना जताई है कि गैंग ने और भी कई लोगों को ठगा है.