
बिहार के पूर्णिया जिले में ‘डायन’ बताकर परिवार के 5 लोगों की मारपीट कर हत्या कर दी गई। शव घर से डेढ़ किलोमीटर दूर बोरे में मिला। घटना में परिवार का बेटा सोनू बचकर नानी के पास पहुँचा और घटना की सारी जानकारी दी। पुलिस ने 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टेटगामा गाँव में बाबूलाल उरांव का परिवार रहता है। उसकी पत्नी सीता देवी पर गाँव के लोगों को डायन होने का शक था। रविवार (06 जुलाई 2025) रात जब परिवार सो रहा था, तब गाँव के 50 से अधिक लोगों ने लाठी-डंडों से हमला किया। फिर शव को केरोसिन डालकर जला दिया गया। फिर शव को बोरे में भरकर घर से डेढ़ किलोमीटर दूर फेंक दिया गया।
ये सारी वारदात परिवार के 15 साल के बेटे सोनू के सामने हुई। वह भागकर नानी के पास पहुँचा और घटनी की जानकारी दी। पुलिस को सूचना दी गई। उसके बाद सोमवार (शाम) मृतकों का 80 प्रतिशत जले शव जलकुंभियों के बीच मिले। मृतकों में बाबू लाल उरांव, उनकी पत्नी सीता देवी, माँ मो कातो, बहू रानी देवी और बेटा मनजीत कुमार शामिल है।