चित्तौड़गढ़ के रावतभाटा के पास चुलिया फॉल में प्री वेडिंग फोटोशूट कराने आए युवक युवती पानी में फंसे। फोटोशूट कराते वक्त युवक-युवती और उनके साथ आए दो अन्य लड़का-लड़की पानी में फंस गए। कैमरामैन जैसे तैसे अपना जान बचाकर पानी से बाहर निकल सका ,और उसने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और सिविल डिफेंस की मदद से करीब 3 घंटे की भारी मशक्कत के बाद युवक युवती को पानी से सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।इसके बाद पुलिस ने प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने और फोटोशूट कराने के लिए चारों को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि युवक युवती की 1 दिसंबर की शादी है।
इस मामले के संबंध में थाना अधिकारी राजाराम गुर्जर ने बताया कि, मंगलवार को राणा प्रताप सागर बांध से पानी छोड़ा गया था। जिसके कारण चुलिया फॉल में पानी भरने से बहाव तेज हो गया। पत्थरों के आसपास गहराई तक पानी भर गया। इसी दौरान कोटा से आये आशीष गुप्ता और उसकी होने वाली दुल्हन सीखा शादी से पहले प्री वेडिंग फोटोशूट कराने के लिए, युवक के दोस्त अंशु और लड़की की मौसेरी बहन मिलन के साथ, कैमरामैन को लेकर पानी में चले गए।
युवक-युवती पत्थर पर बैठ कर फोटो खींचाने लगे, इसी दौरान पानी का बहाव तेज होने लगा और लहरों में उफान आने लगी। लहरों में उफान बढ़ता देख कैमरामैन ने युवक-युवती से बाहर चलने को कहा, पर उन चारों में से किसी ने उसकी एक न सुनी। खतरा बढ़ता देख कैमरामैन ने निकलने की कोशिश की, इस दौरान उसका कैमरा पानी में गिर गया और वह जान बचाकर बमुश्किल निकल सका ।
इस बाबत कैमरामैन से पूछे जाने पर कहा कि, “मैंने देखा कि शायद मैं बच कर निकल सकता हूं, तो मैं निकल गया। मैं निकला, कुदा, वहीं रास्ते में मेरा कैमरा गिर गया। मैंने कहा जान बचाओ, कैमरा बाद में ले लेंगे, कैमरा गया।”
थाना प्रभारी ने रेस्क्यू मिशन के बारे में बताते हुए कहा कि चारों युवक युवती को पत्थर पर फंसे देख, हमने सबसे पहले राणा प्रताप सागर बांध का गेट बंद करवाया, जिसके कारण पानी का बहाव कम हो गया। इसके बाद सिविल डिफेंस की मदद से करीब 3 घंटे बाद चारों को पानी से सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। चारों को बाहर निकालने के बाद प्रतिबंधित क्षेत्र में फोटो क्लिक कराने के लिए थाने ले जाया गया और फिर गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल चारों से पुलिस पूछताछ कर रही है। आपकों बता दें कि महज 20 दिन बाद 1 दिसंबर को युवक-युवती की शादी है।