हमारा नर्वस सिस्टम, जिसे हिंदी में तंत्रिका तंत्र कहते हैं, हमारे दिमाग से आपके शरीर के बाकी हिस्सों में सिग्नल भेजने का अहम कार्य करता है। इसके अलावा ये और भी कई तरीकों से हमारे शरीर के लिये महत्वपूर्ण है। हालांकि, ऐसी कई बीमारियां हैं, जो हमारे नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकती हैं। इन बीमारियों के शुरूआती लक्षण बेहद आम हो सकते हैं, जिन्हें कोई भी आसानी से नजरअंदाज कर दे, लेकिन आगे चल कर ये काफी हानिकारक साबित हो सकते हैं।
आज की इस लेख में हम नसों से जुड़ी कुछ ऐसी ही गंभीर बीमारियों के बारे में जानने वाले हैं जो लोगों के लिए खतरा साबित हो सकता है। ये तो आप पहले ही जान चुके हैं, कि हमारे शरीर में मौजूद नसें शरीर के विभिन्न हिस्सों को एक दूसरे के साथ संवाद करने में मदद करती हैं। ये कार्य नसों की कोशिकाओं के नेटवर्क से संभव हो पाता है, जिन्हें न्यूरॉन्स कहा जाता है।
1. सेरेब्रोवास्कुलर डिजीज
ये बीमारी तब होती है, जब आपके मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह प्रभावित होता है। ये बीमारी इस बात का भी संकेत है कि आपके मस्तिष्क में रक्तस्राव हो रहा हो या जब आपके मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिल रहा हो। इससे इंसान को स्ट्रॉक आ सकता है।
2. मिर्गी
मिर्गी की बीमारी किसी भी व्यक्ति को न्यूरॉन्स के कुछ समूहों के अति सक्रियता के कारण होती है। मिर्गी के सबसे विशिष्ट लक्षणों में चेतना की हानि, कमजोरी, मांसपेशियों पर नियंत्रण की कमी शामिल हैं।
3. माइग्रेन
इस बीमारी में आपका आधा सिर दर्द करता है। इसके अलावा मतली और आंखों की रोशनी पर भी इस बीमारी का प्रभाव पड़ता है। इस वजह से जब भी आपको ऐसा कुछ लक्षण दिखे तो सावधान हो जाएं और डॉक्टर से अवश्य दिखाएं।
4. डिमेंटिया
इस बीमारी में इंसान पागल हो जाता है। वह ऐसी चीजें करने लगता है, जिसकी उससे अपेक्षा नहीं की जा सकती जैसे कि बेमतलब का तर्क। आमतौर पर ये बीमारी 65 वर्ष की आयु के लोगों से शुरू होती है। इसमें इंसान बातें भीलने भी लगता है।
5. कोनफिन्मेंट सिंड्रोम
कोनफिन्मेंट सिंड्रोम भी नर्वस सिस्टम की एक गंभीर बीमारी है। इसमें शरीर को लकवा मार जाता है और पीड़ित व्यक्ति शरीर के किसी भी हिस्से जैसे आंखें या मुंह को हिला नहीं सकता है।