जोया (अमरोहा)। राजस्थान में बैंक मैनेजर के साथ 15 लाख रुपए की ठगी कर आरोपित फरार हो गया था। लेकिन छह महीना बाद राजस्थान की साइबर पुलिस ने उसे डिडौली कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को वापस पुलिस राजस्थान ले गई है।
मंगलवार देर शाम राजस्थान के जिला सवाई माधोपुर के साइबर थाना के दारोगा मोहम्मद फय्याज अपनी टीम के साथ डिडौली कोतवाली पहुंचे थे। यहां उन्होंने आमद दर्ज कराई और बाद में डिडौली पुलिस को साथ लिया। क्षेत्र के गांव असगरीपुर निवासी जहीर आलम के घर दबिश दी।
आरोपी को लेकर टीम वापस राजस्थान रवाना हो गई
यहां से उसके बेटे सलीम अहमद को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार सुबह सलीम को साथ लेकर टीम राजस्थान रवाना हो गई। इस बारे में डिडौली प्रभारी निरीक्षक हरीशवर्धन सिंह ने बताया कि सलीम के विरुद्ध सवाई माधोपुर साइबर थाने में धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज है। जुलाई 2024 में स्थानीय बैंक मैनेजर से 15 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है। राजस्थान पुलिस उसे साथ ले गई है।
बीते दिनों एक गिरोह का हुआ था भंडाफोड़
बता दें कि बीते दिनों कर्नाटक पुलिस ने संवेदनशील डेटा चुराकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड किया था। पुलिस ने गुजरात के एक्सिस बैंक के कॉर्पोरेट डिवीजनल मैनेजर के साथ चार व्यक्तियों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया, जिन पर एक कंपनी से करोड़ो ठगने का आरोप है।
ठगों से मिली 1 करोड़ 83 करोड़ की नकदी
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी दयानंद के अनुसार, बेंगलुरु ईस्ट सीईएन पुलिस (साइबर अपराध, आर्थिक अपराध, नारकोटिक्स) ने संदिग्धों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 1.83 करोड़ रुपये नकद, दो मोबाइल फोन और एक फर्जी कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग (सीआईबी) फॉर्म जब्त किया गया।
कैसे हुआ ठगी का खुलासा?
बता दें कि बेंगलुरु में ड्रीम प्लग पे टेक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (सीआरईडी) के निदेशक द्वारा 15 नवंबर को सीईएन ईस्ट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद जांच शुरू हुई। शिकायत में कंपनी के खातों से 21.51 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाया गया। कंपनी के नोडल और चालू बैंक खाते बेंगलुरु में एक्सिस बैंक की इंदिरानगर शाखा में थे।