वास्तु शास्त्र भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण शाश्त्र है, जिसमें घर और कारोबार की खुशहाली के लिए सुरक्षित बनाने के उपाय दिए गए हैं। इस ज्योतिष विद्या के अनुसार, घर के आस-पास विशेष प्रकार के पौधे लगाने से माँ लक्ष्मी की कृपा और धन की प्राप्ति होती है। इसलिए, एक वास्तु टिप्स के अनुसार, घर में कनेर का पौधा लगाना आपके लिए धन और समृद्धि के स्रोत के रूप में काम कर सकता है।
कनेर पौधा, जिसका वैज्ञानिक नाम Nerium Oleander है। इस फूल को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह कनेर का पौधा गर्म जलवायु को पसंद करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कनेर को घर में इतना जगह देना चाहिए कि यह सभी दिशाओं में संतुलन बनाए रख सके।
माता लक्ष्मी होती है प्रसन्न
कनेर का पौधा घर में लगाने से माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद घर में बना रहता है। मान्यता है कि कनेर की खुशबू में उठने वाली तेज गंध लक्ष्मी देवी को प्रसन्न करती है। इसके अलावा, यह कनेर का पौधा नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करने में मदद करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। धन और समृद्धि के के लिए, अक्सर कनेर के पौधे को घर में रखा जाता है।
इसके साथ ही कनेर पौधे को रखने से घर में एक सुकून महसूस होता है। इसकी शांतिपूर्ण और प्राकृतिक रंगीनता मानसिक तनाव को कम करने में मदद करती है। इसका रंग और सुगंध मन को शांति प्रदान करने में सहायक होता है, और इसकी देखभाल करने की रियायती और आसान विधि इसे अधिक आकर्षक बनाती है।
किस दिशा में लगाएं ये पौधा
इस पौधे को घर के पूर्व और उत्तर दिशा में रखना शुभ माना जाता है। इससे न केवल घर में सुंदरता का एक नया माहोल बनेगा, बल्कि मान्यता के अनुसार यह धन और लक्ष्मी की वर्षा को आकर्षित करेगा। इस कनेर पौधे को धूप और सूर्य के अच्छे प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे धूप वाले स्थान पर रखें। वास्तु के अनुसार, कनेर के पौधे को नियमित रूप से पानी देना आवश्यक होता है। इसके अलावा, पौधे की देखभाल के लिए नियमित रूप से खाद देनी चाहिए ताकि वह स्वस्थ और बढ़ता रहे।
इस फूल से भगवान विष्णु होते है प्रसन्न
अक्सर कनेर का फूल तीन रंगों का होता है – लाल कनेर, पिला कनेर और सफ़ेद कनेर। ज़्यादातर माँ लक्ष्मी को सफ़ेद रंग का फूल चढ़ाया जाता है। कनेर के पेड़ पर भगवान विष्णु का वास होता है जिसके पेड़ के पीले फूल होते हैं। पीले कनेर का फूल भगवान विष्णु का सबसे प्रिय फूल है।