बाद में पता चला कि शातिर महिला ने स्क्रीन रिकॉर्ड करके व्यक्ति की वीडियो बना ली है और फिर उसी वीडियो को व्यक्ति को भेजकर उसे धमकाने का सिलसिला शुरू हुआ. यह सारा घटनाक्रम मंडी जिला के एक व्यक्ति के साथ घटित हुआ है. व्यक्ति अभी तक अपनी लाज बचाने के चक्कर में 27.14 लाख की राशि भी दे चुका है. अब थक हारकर यह व्यक्ति साइबर क्राइम पुलिस के पास पहुंचा है और न्याय की गुहार लगाई है.
साइबर ठगों ने वीडियो के वायरल होने के कारण शिकायतकर्ता के साथ वीडियो में दिख रही महिला के झूठी की कहानी भी बना डाली. शातिर खुद पुलिस अधिकारी और सीबीआई अधिकारी बनकर केस में से शिकायतकर्ता का नाम पर हटाने के नाम पर पैसे देने के लिए दवाब बनाने लगे. इस तरह शिकायतकर्ता ने अभी तक विभिन्न माध्यम से कुल 27,14,500 रुपये 91 ट्रांजेक्शनों से ठगों के खातों में डलवाए. 27.14 लाख रुपये की धनराशि में शिकायतकर्ता ने कुछ परिजनों से उधार लिए, जबकि कुछ राशि देने के लिए लोन लेना पड़ा. शिकायत मिलने पर साइबर पुलिस थाना में शातिरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) व 319 (2) तथा आईटी एक्ट की धारा 66 (डी) के तहत मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है. साइबर पुलिस इस मामले से जुड़ी ट्रांजेक्शन खंगालने में जुट गई है, ताकि शातिरों तक पहुंचा जा सके.
झांसे में ना आएं, पुलिस को कॉल करें
साइबर पुलिस थाना सेंट्रल रेंज के एएसपी मनमोहन सिंह ने मामला दर्ज होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि समय-समय पर साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी ने एडवाइजरी भी जारी की है. आम जनता से आग्रह है कि किसी अनजान व्यक्ति से वीडियो या व्हाट्सएप काल को स्वीकार न करें. यदि फिर भी कोई व्यक्ति इस तरह के साइबर क्राइम का शिकार हो चुका है तो वह तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी के लैंडलाइन नंबर 01905-226900 पर संपर्क करें.