हैल्थ न्यूज डेस्क।। सर्दियों में ऐसे मरीजों को अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है क्योंकि बंद नसों के कारण तेज दर्द व अकड़न रहती है। एक ऐसी समस्या है नसों में ब्लॉकेज या वैरिकॉज वेंस, जिसके कारण इससे ब्रेन स्टोक, कोरोनरी धमनी रोग और हार्ट अटैक की संभावना बल्कि हाथों-पैरों व जोड़ में दर्द रहता है। मरीज का कई बार तो चलना -फिरना भी मुश्किल हो जाता है। कुछ बातों का अगर ध्यान रखा जाए तो इससे निपटा जा सकता है।
क्या है वैरिकॉज वेंस?
दरअसल, जब खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण नसों में गुच्छे बनने लगते हैं तो वो ब्लॉक हो जाती है। इसके कारण शरीर के कई हिस्सों पर नसें उभरी हुई दिखती हैं, खासकर पैरों में। कई बार तो इसमें सूजन व अकड़न भी हो जाती है। इसी समस्या को वैरिकॉज वेन्स कहते हैं। एक शोध की मानें तो भारत में करीब 40-60% लोगों की धमनियां कमजोर है लेकिन लोग समय रहते इसे पकड़ नहीं पाते, जिससे खतरा बढ़ जाता है।
कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे आज हम आपको बताएंगे जिससे नसों में ब्लॉकेज की समस्या दूर होगी। मगर, उससे पहले जानिए वैरिकॉज वेंस के कारण
1. शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन बिगड़ जाता है और खून गाढ़ा होने लगता है, जो धीरे-धीरे ब्लॉकेज का रूप ले लेता है।
2. शरीर में विटामिन-सी की कमी के कारण नसों में ब्लॉकेज हो सकती है।
3. इसके अलावा चोट लगने, एक ही पॉश्चर में घंटों तक बैठ रहना, फिजिकल एक्टीविटी ना के बराबर, पुरानी कब्ज, मोटापा की वजह से भी यह समस्या हो सकती है।
अब जानिए कुछ घरेलू नुस्खे
मिक्स नट्स खाएं
इससे खून में कोलेस्ट्रॉल जमा नहीं होगा और बंद नसें भी खुलेंगी। रोजाना मुट्ठीभर बादाम, अखरोट, पेकन, पिस्ता, अखरोट, काजू, अंजीर को मिलाकर खाएं।
ग्रीन टी
इससे बल्ड सर्कुलेशन सही रहता है और आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं। शोध की मानें तो रोजाना 1-2 कप ग्रीन टी पीने से खून पतला होता है।
तुलसी
इसके लिए 3-4 तुलसी के पत्ते, 1 स्टिक दालचीनी, थोड़ी-सी काली मिर्च को 1 गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक वो आधा रह जाए। फिर इसे छानकर शहद मिलाएं। रोज इसका सेवन करने से भी फायदा होगा।
लहसुन
रोज 1 कप लहसुन की चाय पीने से भी बंद नसें खुल जाएंगी। 1 कप दूध में 3 कलियां लहसुन उबालें और गुनगुना करके पीएं।
हल्दी
इसके लिए रोज दूध या गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं। साथ ही भोजन में इसका अधिक इस्तेमाल करें। हल्दी के सल्फर यौगिक और एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन भी खून को पतला करने में कारगार है।
अर्जुन की छाल
इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और दिल की मांसपेशियों के संकुचन को बढ़ावा मिलता है। अर्जुन की छाल को रातभर गर्म पानी में भिगोएं। सुबह इसे छालकर खाली पेट पी लें।
पुदीने का तेल
नियमित ऐसा करने से बंद नसें खुल जाएंगी। साथ ही इससे सूजन व दर्द से भी आराम मिलेगा। नस ब्लॉकेज वाले हिस्से पर गुनगुने पुदीने के तेल से मालिश करें।
याद रखें, बीमारी चाहें कोई भी हो उसे स्वस्थ लाइफस्टाइल से ही दूर किया जा सकता है। इसके अलावा नस ब्लॉकेज से बचने के लिए अपनी डाइट में अच्छी चीजें लें और जंक, प्रोसेस्ड फूड्स से परहेज करें। साथ ही रोज व्यायाम व योग करें।